CIBIL Score Guidelines 2025: RBI के नए नियम से अब कम स्कोर पर भी मिलेगा तगड़ा लोन – जानिए पूरी डिटेल।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

अगर आपका CIBIL Score हमेशा चिंता का कारण रहा है और बैंक या फाइनेंस कंपनी से लोन लेने में बार-बार परेशानी आई है, तो अब खुश हो जाइए। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 2025 की शुरुआत में क्रेडिट स्कोर और लोन अप्रूवल सिस्टम में बड़े बदलाव किए हैं। अब कम स्कोर वाले लोगों को भी राहत मिलेगी, साथ ही लोन प्रक्रिया पहले से कहीं ज़्यादा पारदर्शी और ग्राहक-हितैषी बन गई है।

नए नियम क्यों लाए गए?

RBI का उद्देश्य है कि हर ग्राहक को अपने वित्तीय अधिकारों की पूरी जानकारी मिले और बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता बढ़े। पहले जहां बैंक या क्रेडिट कंपनियां स्कोर अपडेट या रिजेक्शन के कारणों को छुपा लेती थीं, अब ऐसा नहीं होगा। इन नए नियमों से उपभोक्ताओं को समय रहते अपनी क्रेडिट रिपोर्ट सुधारने और बेहतर वित्तीय फैसले लेने का मौका मिलेगा।

अब हर 15 दिन में अपडेट होगा सिबिल स्कोर

पहले आपका CIBIL स्कोर महीने में एक बार ही अपडेट होता था, जिससे देरी और असमानता की शिकायतें आती थीं। लेकिन अब RBI ने सभी बैंकों और NBFCs को आदेश दिया है कि वे हर 15 दिन में स्कोर अपडेट करें। इस बदलाव से ग्राहक अपने स्कोर में आई गिरावट या सुधार को तुरंत देख सकेंगे और अगर कोई गलती है तो उसे समय रहते सही करा सकेंगे।

लोन रिजेक्ट होने पर मिलेगा लिखित कारण

अगर आपकी लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट होती है, तो अब बैंक सिर्फ “आपका स्कोर कम है” कहकर नहीं टाल पाएंगे। RBI ने साफ कहा है कि हर रिजेक्शन का कारण लिखित रूप में ग्राहक को देना अनिवार्य है। इससे ग्राहकों को यह समझने में आसानी होगी कि उनकी गलती कहाँ थी जैसे पुराने बकाया, लिमिट ओवरयूज़ या गलत रिपोर्टिंग और वे उसे सुधार पाएंगे।

डिफॉल्ट से पहले चेतावनी मिलेगी

पहले ग्राहक को तब पता चलता था कि उसका स्कोर गिर गया है जब नुकसान हो चुका होता था। लेकिन अब बैंक या NBFC को डिफॉल्ट से पहले अलर्ट भेजना अनिवार्य होगा। इस सिस्टम से आप अपने भुगतान को समय पर निपटा सकते हैं और अपने CIBIL स्कोर को खराब होने से बचा सकते हैं।

साल में एक बार मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट

RBI ने एक और राहत दी है अब हर ग्राहक को साल में एक बार अपनी पूरी क्रेडिट रिपोर्ट मुफ्त में देखने का अधिकार होगा। इससे आप देख सकते हैं कि आपका स्कोर किन वजहों से घटा या बढ़ा है, और अगर किसी कंपनी ने गलत डेटा भेजा है तो तुरंत सुधार करवा सकते हैं। इस रिपोर्ट में आपकी सभी लोन डिटेल्स, भुगतान रिकॉर्ड और क्रेडिट कार्ड उपयोग की जानकारी होगी।

RBI के नियमों का बड़ा असर

इन नए दिशानिर्देशों के बाद बैंक और फाइनेंस कंपनियों पर जवाबदेही बढ़ेगी। अब वे बिना ठोस कारण के लोन रिजेक्ट नहीं कर पाएंगे और ग्राहकों को समय पर जानकारी देनी ही होगी। दूसरी ओर, ग्राहकों के पास भी मौका होगा कि वे अपने वित्तीय व्यवहार को सुधारकर बेहतर ऑफर पा सकें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसका मकसद किसी भी बैंक, कंपनी या वित्तीय संस्था का प्रचार या विरोध करना नहीं है। किसी भी लोन निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय अवश्य लें।

Leave a Comment