Gold Rate 8 October 2025 : भारतीय सर्राफा बाजार में आज सोने की कीमतों में हलचल देखने को मिली है। लगातार बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव और घरेलू बाजार में घटती मांग के चलते सोने की दरों में मामूली गिरावट आई है। वहीं, चांदी की कीमत में आज कोई खास बदलाव दर्ज नहीं किया गया। दिल्ली, मुंबई और पटना जैसे प्रमुख शहरों में आज सोना पहले की तुलना में थोड़ा सस्ता हुआ है। त्योहारी सीजन से पहले आई यह गिरावट बाजार को चौंकाने वाली है क्योंकि आमतौर पर इस समय सोने की मांग बढ़ती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है और आने वाले हफ्तों में स्थिति बदल सकती है।
22 और 24 कैरेट सोने की दरों में गिरावट
आज इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट (99.9%) सोना लगभग ₹98,420 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जो कल के मुकाबले ₹320 कम है। वहीं, 22 कैरेट (91.6%) सोने की कीमत ₹97,850 प्रति 10 ग्राम रही है, जिसमें करीब ₹250 की गिरावट दर्ज की गई है।
चांदी की दरों में स्थिरता
सोने के मुकाबले आज चांदी के भाव लगभग स्थिर रहे। देश के ज्यादातर बाजारों में चांदी ₹1,04,700 प्रति किलो के आसपास बनी हुई है। निवेशक फिलहाल चांदी में सीमित रुझान दिखा रहे हैं क्योंकि पिछले सप्ताह हुई तेज़ी के बाद अब इसमें ठहराव देखा जा रहा है।
क्यों बदल रही हैं कीमतें?
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव की मुख्य वजहें वैश्विक आर्थिक संकेत और डॉलर की मजबूती हैं।
डॉलर इंडेक्स के मज़बूत होने से सोने की कीमत पर दबाव पड़ा है।
फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने की संभावना ने निवेशकों का रुख शेयर बाजार की ओर मोड़ा है।
घरेलू मांग में सुस्ती: त्योहारों से पहले सोने की खरीदारी कम हो गई है, जिससे स्थानीय दामों पर असर पड़ा है।
अंतरराष्ट्रीय अस्थिरता: मध्य पूर्व और यूरोप में बढ़ते आर्थिक तनाव ने भी वैश्विक ट्रेड पर असर डाला है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का हाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज स्पॉट गोल्ड करीब $1,298 प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि कल यह $1,312 के करीब था। सोने में यह गिरावट अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और बॉन्ड यील्ड्स में उछाल आने के कारण दर्ज की गई है। वहीं, चांदी भी मामूली कमजोरी के साथ $29.80 प्रति औंस पर ट्रेड कर रही है।
आगे का ट्रेंड क्या रहेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें ₹97,000 से ₹99,000 प्रति 10 ग्राम के बीच सीमित रह सकती हैं। यदि वैश्विक स्तर पर आर्थिक संकेत कमजोर होते हैं या ब्याज दरों में कटौती के संकेत मिलते हैं, तो सोना फिर से तेजी पकड़ सकता है। रिसर्च एनालिस्टों के अनुसार, फिलहाल यह निवेशकों के लिए सतर्क रहने का समय है। लंबी अवधि के निवेश के इच्छुक लोगों के लिए यह गिरावट एक अच्छा अवसर साबित हो सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह का हिस्सा नहीं है। कृपया किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।